थक गया हूँ तू मुझे सुकून के कुछ पल देदे गहरी नींद सो जाऊँ बिस्तर-ए-मखमल देदे बात है ना वफ़ा ना किरदार ना रुस्वाई की ऐ ज़िन्दगी तू मुझे एक नया कल देदे। ©S P JANGRA #Opinion #Need #searchingmyself Rose rose Chandan Chhoti Sanawrites_______ Rao Mukesh