ना दे वास्ता अब मुझे उस जज़्बात का जब टूट चुका है ख़्वाब हर एहसास का अब नहीं मेरे पास तेरी वफ़ा पे कोई ऐतबार ज़िंदगी आ खड़ी है आके उस मझदार क्यूँ थामा था हाथ जब साथ चलना नहीं था पास था मगर तू अपना नहीं था ... तू अपना नहीं था.... #YQDidi #belonging #life