जिस्म में बहती रवानगी हो तुम, तुम्हे कैसे बताऊँ मेरी दीवानगी हो तुम, जिसके इश्क के लिए गुज़र जाए किसी भी हद तक, ऐसी मेरी मोहब्बत की तिशनगी हो तुम, मर के भी हर वादा निभा जाए तेरे इश्क में, ऐसी मेरी धड़कनो की धड़कन हो तुम, फ़ना कर दे खुद को या दुनिया को मिटा दे, ऐसी मेरी इश्क की आवारगी हो तुम। ♥️ Challenge-916 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।