महामारी में एक अंजान आशंका के चलते सारे भय से मुक्त होने की तलाश में हैं। जीवन में भी ऐसा ही होता है पर जो भयमुक्त और सावधान है वह पुर्ण जीवन जीता है। सावधानी भयमुक्त करती है।