वो तुम्हे छोर दे उसे यूं न तोड़ दो। उसे आजादी चाहिए थोड़ी नहीं पूरी चाहिए। लोग उसे तोड़ रहे है बीच राहों में छोर रहे है। उसे नहीं पता वो कोंसी राह में जाए दुआ है की वो लोगों की साजिशें समझ जाए। पढ़ना लिखना उसे नहीं पसंद खुदाई बाते करना ही है पसंद। वो खुश नहीं पर उसकी जिंदगी में गम नहीं। वो परेशान नहीं पर उसके पास सुकून नहीं। वो तुम्हे छोर दे उसे यूं न तोड़ दो। उसे आजादी चाहिए थोड़ी नहीं पूरी चाहिए। लोग उसे तोड़ रहे है बीच राहों में छोर रहे है।