उम्र-ए-गुरेजां का कोई पता नही लज्जत-ए-गिरियाँ इसे पता नही अकबर समझे बैठा है खुद को जो , शाह से कब गदा बन जाये कुछ पता नही , शादाब कमाल उम्र-ए-गुरेजां= भागती हुए उम्र लज्जत-ए-गिरियाँ=रोने का आनन्द अकबर =महान ,,शाह=राजा, गदा=भिखारी #खुदा #अनुभव #मेरीकलम Ritika suryavanshi