बचपन और दादा जी मेरा बचपन भी उन्हीं के साथ बिता जो पूरे घर में न्याय करने का हक रखते थे आसानी से नहीं मानते थे वो कभी भी हार हाथ में लाठी लिए हर काम के लिए सजक रहते थे सर में टोपी; आँख में चश्मा पहने वह हर किसी पर नजर रखते थे हर सुबह व शाम को खाकी धोती पहनकर भगवान का भी प्रण करते थे।। kuch ese the mere dadaji #bachpanaurdadaji #nojotohindi #stories #shayari #love #dadaji