सिगरेट के धुएं में खोए खोए हम दिल छू लेने वाली ग़ज़लों पे थिरकती हमारी आंखें, धीरे धीरे होती नम शराब के हर घूंट के साथ गहरा होता इश्क़ का ग़म क्या कभी होगा ये दर्द कम? #इश्क़ #दर्द #सिगरेट# शराब#जाम#शायरी