जहाँ असहमतियों का विस्तार होने लगे एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगने लगे इंसान स्वंय का विवेक और स्वंय को खो बैठे भक्ति भाव के बावजूद संयम, मधुरता ना बरत सके अपने भूत को भूल वर्तमान पर प्रहार करने लगे स्वंय का हित साधते हुए अपने भविष्य में खोने लगे स्त्री जाति का सम्मान और उपकार भूलने लगे व्यवहारिक रूप में कटुता, तिरस्कार और घृणा से ग्रसित होने लगे तो समझ लेना इंसान मार्ग से भटक चुका है उसे स्वंय में स्वंय को और प्रभु में प्रेम को ढूंढने की आवश्यकता है! ❣️❣️❣️ प्रियतम #राम #जनमानस #प्रेम #परिवार #नारी #जीवन #मोहब्बत #प्रकृति ❣️❣️❣️❣️🙏🙏🙏🙏🎻🎻🎻🎻🎻