जो मैं सोचती हूं वह हर किसी को अच्छा नहीं लगता और हर किसी की सोच से मैं सहमत हो जाऊं "ऐसा तो कभी हो नहीं सकता , माना मैं गलत हो सकती हूं माना सही भी लेकिन हर वक्त गलती मेरी हो "ऐसा तो हो नहीं सकता, चुप रहना जहां तक है मैं रह लूंगी जब आत्मसम्मान पर कोई उंगली उठ जाए फिर भी चुप्पी मेरे लबों पर रहे "ऐसा तो गलत होगा, आवाज मेरी कलम है तो चिल्लाकर सबसे क्या कहना और कलम तेरी कभी रुके नहीं इरादे को इतना बुलंद करना "पिता की इस सीख को मुझे जाया नहीं करना, लड़की हुई तो क्या उम्मीद भरे जज्बात हमारे सीने में भी होंगे छोटी उम्र में दुल्हन बनाकर उम्मीदों का कत्ल कर देना "समाज के रखवालो ऐसा तो गुनाह होगा, जैसी मेरी सोच है शब्द भी मेरे वही रहेंगे और दिखावा मेरी शब्दों में हो "ऐसा तो कभी हो नहीं सकता, "ऐसा तो कभी हो नहीं सकता , ©Kavita Varesha #मेरी_कलम_मेरे_एहसास like comment share save follow me 🙏🏻🙏🏻 kavita varesha insta I'd kavita_varesha1432