हर पल हर क्षण बस तेरी चाहत रहती है, कुछ इस तरह रवां हो तुम हर जर्रे में, ना भी दिखो तुम फिर भी तुम्हारी आहट रहती है, क्यों ना बन जाऊं मैं काफ़िर खुदा की नजरों में, मेरे दिल में हर पल बस तेरी इबादत रहती है।। हर कमरे को अपने रहने वाले से कोई न कोई शिकायत रहती है। आपके कमरे को भी होगी? #मेराकमरा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi