अगर गाँधी जी आज ज़िंदा होते तो 💁🏼♀️🌹 राष्ट्रपिता भारत के भाग्य विधाता गांधी जी को नमन।आप कहते थे "सत्यमेव जयते नानृतम्"अर्थात विजय सदैव केवल सत्य की ही होती है।"सत्य ही धर्म है तथा जहां धर्म है वहीं विजय है।" महाभारत शांति पर्व में कहा गया है–‘"सत्य-असत्य वचनं श्रेयः" यानि सत्य वाणी ही श्रेष्ठ है तथा "सत्यादपि हितं वदेत्" अर्थात सत्यवाणी हित में ही बोली जानी चाहिए।* ©Ramesh Chandra Anupam #gandhi_ji