दोपहर की धुप में मेरे बुलाने के लिए वो तेरा कोठे पे नंगे पांव आना याद है हम को अब तक आशिकी का वो ज़माना याद है चुपके चुपके रात दिन.. #KhidkiSeDhoop smily Dangi 💕कवि चंचलशर्मा💕