माँ तेरी उंगली पकड़ कर चलना है मुझे माँ तेरे आँचल के साए मे रहना है मुझे जमाने से नहीं बस ये कहना है तुझे है मोहब्ब्त तू मेरी माँ तू मेरी चाहत है हर जनम मे बस तु मुझे मिले इक यही खुदा हर रोज इबादत है #माँ, #मेरी_मां #अच्छीलगतीहै