गुनगुनाते आता है फिर भी कानों को चुभ जाता है जब दाँव उसका लग जाता है खून चूस जाता है फायदा उठाना मौसम और परिस्थितियों का कोई उससे सीखे मजबूरी में तो गाल पर भी बैठ जाता है गुनगुनाते आता है गुडनाइट आलआउट जैसे कई उसके नाम की खाते हैं कछुआ छाप और कागज जलाकर धूनी रमाते है ईश्वर को भी जिसने नहीं लगाई अगरबत्तीयां वो भी जलाकर गोल गोल घुमाते हैं नन्हीं सी जान पर रैकेट भी चलाते हैं एक ही थप्पड़ में जन्नत की सैर कराते हैं बिचारा गुनगुनाते आता है #snehlata #yqdidi #shabdanchal #hindi #mosquito #मच्छर #humour