सख्त एतराज़ था तुझे इश्क़ से, तेरा बहाना है यह, के मैंनें इश्क नहीं, मोहब्बत की है , जहाँ इश्क़ मापने का पैमाना जात-धर्म था, जहाँ नजर मिलाना भी संगीन जुर्म था, तेरा हाथ पकड के वहाँ मैंने समाजों की तोहमत ली है, खैर तेरा बहाना है यह, मैंने इश्क़ नहीं,मोहब्बत की है ।। #yqbaba #yqdidi #hindi #shayari #society #love #hindipoetry #judgemental