रात में चांद को पानी में मिलाकर पी गया। हर ग़म ख़्वाहिशों को जवानी में मिलाकर पी गया। रख दिया हमने ख़्वाब को आज तन्हा कुछ इस क़दर। शमा को बुझाने से पहले दीवानी को मिलाकर पी गया। एक तरफ बुझा चांद रूमानी प्यालों में मिलाकर पी गया। तरसता रहा हमनशी जवानी यादों में मिलाकर पी गया। हमने रखा है तनहा आज प्यालों को कुछ इस कदर। शमा को बुझाने से पहले दीवानी को मिलाकर पी गया। अवध की रचनाएं रात में चांद को पानी में मिलाकर पी गया #NOJOTO #NOJOTOHINDI #चांद #पानी #दिवानी