जिंदगी तेरा हर रंग, आज़मा लिया हमने किसी को अपना तो किसी को बेगाना बना लिया हमने सजाए थे कुछ सपने इस अपनी जिंदगी में हमने तोड़ उनको, फर्ज़ों का आशिया बना लिया हमने बहुत चाहते थे , हर किसी को बनाना अपना खा कर ठोकर, सबक जिंदगी का पा लिया हमने कोई अच्छा कहे, या फिर कोई बना दे बुरा सब भूल, बस खुदा को अपना लिया हमने शुक्रगुजार रहूँगी सदा ता उम्र तेरी,ए जिंदगी बैठ तेरी गोद,जीने का हुनर पा लिया हमन ©Anita Mishra #zindi #IFPWriting