"हो मन में कोई बैर न.. न शत्रु कोई भाव हो.. उत्तम क्षमा धारे ह्रदय.. बस मेरा ये प्रयास हो।" (Day 1-दशलक्षण महापर्व-"उत्तम क्षमा")🙏😇 ©मनमर्जियां #Jain #jainypoetry #जैन #आस्था #InspireThroughWriting