दुआ मांगी थी आशियाने की चल पड़ी आंधियां जमाने की मेरा दर्द कोई नहीं समझ पाया क्योंकि मेरी आदत थी मुस्कुराने की🥰 ©Gajendra dewasi jeran . Gajju dewasi jeran