White बदलते हैँ मौसम जैसे... ऋतुओ के बदलते ही... बदलती हैँ हवाएं जैसे... रुख के बदलते ही... बदलते हैँ पहर ज़ब... तो बदलते है दिन रात भी..... कद काठ रंग रूप अंदाज़ और उम्र का मिजाज भी..... क्या कुछ ऐसा है जो बदलता नहीं.... बुरा है गर वक़्त... तो बदलेगा ही.... मनहूस है गर दिन तो... गुजरेगा ही...... पलक गुप्ता . . ©palak gupta #Buddha_purnima