जग मग जग मग दीप जले , सरयू तट आकाश अवध की झिल मिल रोशनी, फैला जगत प्रकाश ! फैला जगत प्रकाश,भव्य दिव्य दिवाली वर्ष पांच सौ की वो राते,नही रही अब काली ! कह सरपट कविराय, जन की विजयी भावना दोहरी दिवाली की खुशी,स्वीकारें शुभकामना ! ✍️सरपट सादलपुरी ©rohit verma #diwali2020