त्रेता और द्वापर में महान आत्माओं और संतजनों का तप-त्याग था तो वनवास मिला करता था। अब कलयुग में मानव की लालच और इच्छा कारण वो वन भी नही रहे तो मनवास मिला करता है। ©Sonali Ghosh #satyavachan