मन की शक्ति जिम्मेदारियां डरना नहीं , लड़ना सिखाती है जीवन में आने वाली हर मुसीबत से भिड़ना सिखाती है। तुज़ुर्बो से भरी एक अमिट छाप मन-मस्तिष्क में छोड़ जाती है ये जिंदगी एक पहेली है जो बिना समझे किसे समझ में आती है। यही जिम्मेदारियां ही तो हमें गिरकर संभलना सिखलाती है जीवन में आगे आने वाली हर मुश्किल का डटकर सामना करना सिखाती हैं। न उम्मीदी में भी जब उम्मीदी की हल्की सी आभा नजर आती है वक्त से लड़ने की शक्ति अपने आप ही कहीं से आ जाती है। जीवन के सफर के लिए अपनी सोच में पारदर्शिता बढ़ाती है विकट परिस्थितियों में डटकर खड़े रहने का हौसला दिलाती है बंद पड़े कई रास्तों में फिर से चलने के लिए निशान भी बनाती है ये ज़िम्मेदारियां जिंदगी की असहाय स्थिति का बोझा बखूबी उठाती है। ये अपने लिए कांटों पर चलकर ही तो मजबूत रास्ते बनाती है, अंधेरों से निकलकर रोशनी का सवेरा बन जग में अपना नाम बनाती है मीलों का दायरा पार कर ये सोच बंधनों से निकलकर ख्वाबों की दुनिया बनाती है।। ©Kajol Prem #poetry #writing #mankishakt #Nojotohindi #Nojotopoetry