जैसे जल बिन तरसती जमी रह गई। सुर्ख होठों पे जैसे नमी रह गई। होती तस्वीर इससे भी सुंदर मगर, मुस्कुराहट की थोड़ी कमी रह गई ©उत्कर्ष शुक्ल UK #ArabianNight Priyanka