फ़िदा हूँ तुझ पे मैं ओ श्यामा मेरा दिल तेरा ही दिवाना है,तुझे निहारना कैसे मैं छोड़ दूँ ओ श्यामा इन नैनों को तुझे ही निहारने की आदत है,बहक न जाऊँ कहीं भक्ति से मैं तेरी, मुझे संभालना तेरी जिम्मेदारी है,तेरे पे करके भरोसा मैंने क़श्ती अपनी तुझको सौंपी है, मेरे श्यामा मोहब्बत में तेरी दुनिया दिवानी है मगर अब मेरी बारी है, बुलाकर दर पे तू कर दे मुझको भी निहाल मेरे श्यामा अभी ये और एक आस बाकी है, कि ख़्वाब मेरा भी कर दे तू पूरा अर्जी मैंने भी दर पे तेरे लगा दी है,ठुकरा कर न देना मायूस मुझको तू श्यामा तेरी बिटिया तरूणा तेरी भक्ति की दिवानी है, ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1020 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।