ये नज़र-नज़र की बात है, जो चाहोगे दिख जायेगा, छाँट लो ज़िंदगी या ज़हर, हवा में सब मिल जायेगा!” ये नज़र-नज़र की बात है, जो चाहोगे दिख जायेगा, छाँट लो ज़िंदगी या ज़हर, हवा में सब मिल जायेगा!” “दूसरों की हँसी देख, बेकार में ना जलिये, हरेक सीने में दर्द है,