Nojoto: Largest Storytelling Platform

न भरोसे थे किसी के, न ही किसी का भरोसा है। आजाद

न भरोसे थे किसी के, 
न ही किसी का भरोसा है। 
आजाद हवा के पंछी हम, 
आजाद हवा मे जीना है। 
न खबर ,वक्त हमें कब, कंहा
किस ओर बहा ले जाए। 
हर हाल संभाला है, संभालेंगे, 
बाधायें आती हैं आए।

©arvind bhanwra
  #atalbihari