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कुछ कहना था तुमसे, कपड़े उतारने के इस दौर में, मे

कुछ कहना था तुमसे,  कपड़े उतारने के इस दौर में,
मेरा तेरा इश्क कोई न समझेगा।

इस नंगेपन में भीड़ में
मेरा तेरा इश्क कोई न समझेगा।

कहोगे हम रिश्ते में थे कई साल लेकिन 
दैहिक रिश्तों के लिए छुआ तक नहीं,
ये रिश्ता हमारा कोई न समझेगा।

हमने साथ गुजारे कई साल, 
रोए, मुस्कुराए, गुस्सा हुए, लड़े,
हाथ थामा एक दूसरे की गलतियों में,
इस जिंदगी की उधेड़बुन में जुदा हुए,
मगर! जो रूह से जो रूह का रिश्ता है,
ये मेरा तेरा रिश्ता कोई न समझेगा।

हवस को इश्क कहने के इस दौर में
मेरा तेरा इश्क कोई न समझेगा।।

©Vivek Sharma Bhardwaj #mylove #मेरा #इश्क #समझ #जिंदगी #नंगापन #उधेड़बुन 

#loveneverends
कुछ कहना था तुमसे,  कपड़े उतारने के इस दौर में,
मेरा तेरा इश्क कोई न समझेगा।

इस नंगेपन में भीड़ में
मेरा तेरा इश्क कोई न समझेगा।

कहोगे हम रिश्ते में थे कई साल लेकिन 
दैहिक रिश्तों के लिए छुआ तक नहीं,
ये रिश्ता हमारा कोई न समझेगा।

हमने साथ गुजारे कई साल, 
रोए, मुस्कुराए, गुस्सा हुए, लड़े,
हाथ थामा एक दूसरे की गलतियों में,
इस जिंदगी की उधेड़बुन में जुदा हुए,
मगर! जो रूह से जो रूह का रिश्ता है,
ये मेरा तेरा रिश्ता कोई न समझेगा।

हवस को इश्क कहने के इस दौर में
मेरा तेरा इश्क कोई न समझेगा।।

©Vivek Sharma Bhardwaj #mylove #मेरा #इश्क #समझ #जिंदगी #नंगापन #उधेड़बुन 

#loveneverends