ये पोएम आप सभी दोस्तों के नाम.अच्छा लगे तो लाइक कॉमेंट्स और शेयर जरूर करें..। तेरी .याद जब जब मुझे सताये... ना नींद आये ना चैन आये... और कुछ नहीं बस बेकरारी छाये.. कैसे बयाँ करूँ मै अपने दिल का हाल... जुबां से हलक आती नहीं, फीकी पर गयी चाल हे प्रिये अब मत पूछ मेरा हाल.... भीगी भीगी पलकें मेरी... . आँसुओ के सैलाबो से घिरी... अपने प्रिये के इन्तेज़ार में... टक टकी लगाये बैठे देखूं घड़ी... ये दस्तूर हैं मेरी जिन्दगी की... ...तू मेरे जिस्म और हर साँस में हैं बसी.. खुद को भूला दूँ मैं... पर तुझे भूला ना पाऊँ.... अपनी चाहत को तुझसे छुपा ना पाऊँ... हे प्रिये तेरी वजूदो को मिटा ना पाऊँ... जब जब हवा बहती हैं पुरवैया.... मन भाव बिभोर हो जाता हैं... दिल के गहराई में.... प्यार की दरिया बह जाता हैं.... आ जा ना वो मेरी प्रिये... अब यू रुठा ना कर... अपने सीने से लगा के रखूंगा... . अब कोई सवाल ना कर... अब कोई शिकवा रहा ना शिकायत.. बस तुझसे हैं एक छोटी सी इनायत... हे प्रिये अब छोड़ के मत जाना मुझे... तेरे सिवा अब कोई नहीं दूजा हमारा... अब तू ही हैं मेरा जग सारा.... प्रकाश सिंह भूमिहार.. प्रकाश सिंह