अकेलापन कभी कभी ख्वाब भी जगाते हैं कभी कभी यादों के दिए जल जाते हैं वो खूबसूरत दिन जब याद आते हैं तो कितना सताते हैं........ रातें हैं बातें हैं यादें हैं वो लम्हे हैं पर ये पल क्यों रुठ जाते हैं कभी कभी ख्वाब भी जगाते हैं कभी कभी यादों के दिए जल जाते हैं........ वो बातें तेरी साँसे हँसी वाली यादें लम्हा लम्हा वो जो कल था आज तेरे बिना सब लगे तंहा सा फिर वो मुझे सताते हैं कभी कभी ख्वाब भी जगाते हैं कभी कभी यादों के दिए जल जाते हैं.......... न होगा कभी तेरा मेरा मिलना मुश्किल होगा उन लम्हों को भूलना इश्क मे अश्क तो सब बहाते हैं हम तो तेरी यादों की बारिश मे नाहते हैं..... कभी कभी ख्वाब भी रुलाते हैं कभी कभी यादों के दिए बुझ जाते हैं....... #निखिल_कुमार_अंजान........ #nojoto #मेरी_डायरी.... #निखिल_कुमार_अंजान....