जनम जनम तक न टूटे, ऐसा वादा बन जाए। प्रेम की परिभाषा विशुद्ध, हम मर्यादा बन जाएं।। मथुरा से तुझे पुकारूं,तू वृन्दावन में सून ले। मैं बन जाऊं श्याम सलोना,तू राधा बन जाए।। कविवंश..✍️ ©Vansh Thakur #जन्माष्टमी #कविवंश...✍️