फूले पलाश, उड़े गुलाल आंखों में मस्ती, बिखरे हैं बाल रंग दे चुनरिया, रंग दे गाल कहां फिसल रहे, खुद को संभाल बज रहा ढोल,पड़ रही ताल पिया की याद, मन है बेहाल तेरा ही चेहरा, तेरा ही ख़याल रंग दो सभी को, न करो मलाल।। रंग पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं. ©MANJEET SINGH THAKRAL फूले पलाश, उड़े गुलाल आंखों में मस्ती, बिखरे हैं बाल रंग दे चुनरिया, रंग दे गाल कहां फिसल रहे, खुद को संभाल बज रहा ढोल,पड़ रही ताल पिया की याद, मन है बेहाल तेरा ही चेहरा, तेरा ही ख़याल रंग दो सभी को, न करो मलाल।।