Nojoto: Largest Storytelling Platform

कर दिया खुद को समंदर के हवाले हमने, तब कहीं गोहर-ए

कर दिया खुद को समंदर के हवाले हमने,
तब कहीं गोहर-ए-नायाब निकाले हम ने|

जिंदगी नाम है चलने का तो चलते ही रहे
रुक के देखे ना कभी पांव के छाले हमने|

जब से हम हो गए दरवेश तेरे कूचे के..
तब से तोड़े नहीं सोने के निवाले हमने|

तेरी चाहत सी नहीं देखी किसी की चाहत में
वैसे देखे हैं बहुत चाहने वाले हमने|

हमसफर तू जो रहा हम भी उजाले में रहै..
फिर तेरे बाद कहां देखे उजाले हमने|

 एक भी शेर गुहर बनके न चमका नवाब
कितने दरियाई ख्यालात खंगाले हमने
            
                                   नवाब खान #नवाब
कर दिया खुद को समंदर के हवाले हमने,
तब कहीं गोहर-ए-नायाब निकाले हम ने|

जिंदगी नाम है चलने का तो चलते ही रहे
रुक के देखे ना कभी पांव के छाले हमने|

जब से हम हो गए दरवेश तेरे कूचे के..
तब से तोड़े नहीं सोने के निवाले हमने|

तेरी चाहत सी नहीं देखी किसी की चाहत में
वैसे देखे हैं बहुत चाहने वाले हमने|

हमसफर तू जो रहा हम भी उजाले में रहै..
फिर तेरे बाद कहां देखे उजाले हमने|

 एक भी शेर गुहर बनके न चमका नवाब
कितने दरियाई ख्यालात खंगाले हमने
            
                                   नवाब खान #नवाब
navabkhan4484

Navab Khan

New Creator