White पल्लव की डायरी युवा सोच का,स्तर गिर रहा है मंजिल का पता नही आवारापन में जीवन खप रहा है राष्ट्रनिर्माण और परिवार की पौध है इनके भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है सत्ता और सियासतें के पास नही कोई खाका योजनाओं के अभाव में युवा वाला भारत सिर अपना धुन रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Dosti युवा वाला भारत सिर अपना धुन रहा है