#मेरे कान्हा मेरे 'कान्हा' की मोहक है 'सुरतिया' जिनने देखु हज़ार मनमोहक सी लगे हर बार दिल खोता जाता है.. इन नैनन मे बसें हैं 'बाँकेबिहारी' जिनके नैनन है कजरारी, लगे बड़ी प्यारी, दिल खोता जाता है.. मेरे कान्हा की प्यारी सी 'हथेलियाँ ' जिनमें मेहँदी लगीं है, लाल लाल, खिले हर बार, दिल खोता जाता है.. बड़ी मोहक है 'बाँसुरिया' मेरे बँसीबजईया, मधुर सी है तान, बजाये हर बार, दिल खोता जाता है.. मेरे कान्हा की प्यारी सी 'कुण्डलियाँ ' जिनमे जड़ें हैँ सितार, रुन झुन सी तान, सुहाना लगे हर बार, दिल खोता जाता है.. ।।श्री राधे।। "मेरे कान्हा" मेरे 'कान्हा' की प्यारी सी 'सुरतिया' जिनने देखु हज़ार मनमोहक सी लगे हर बार दिल खोता जाता है मेरे कान्हा की प्यारी सी