अब हर पल ऐसे ही, मुस्कुराता हूं मैं , लाख़ ग़म हो, छुपाता हूं मैं ।। अपनों की तादाद अब बढ़ने लगी है, यूं हार को भी हरा, जो लौट आता हूं मैं।। #घरवापसी