कंधो पे तुमने है घुमाया, उंगली पकड़ चलाया है, अछी राहो पे तुमने ,मुझको चलना सिखाया है, आके इस दुनिया मे मैंने,बहोत कुछ तुमसे पाया है, धन्य हुआ आप को मैंने, पिता रूप मे पाया है. "हरीश तन्हा" ©Harish Pandey #HappyFathersday#हरीशतन्हा