मैं घड़ी सी दीवार पर ठहरी रही पर तू वक्त सा गुजर गया , मैं पानी की तरह सिमटी रही और तू मुट्ठी से रेत सा बिखर गया | उलझे धागे उल्फत के ऐसे वो दिल ना जाने किधर गया , टूटा तारा बनकर रह गई मैं पर तू सूरज सा आसमान में निखर गया || भीगी रहती थी पलकें पहले ;अब अश्कों का पिटारा ना जाने किधर गया , सिमटा रहा तू आसमान सा ! पर मेरा दिल बादल सा बूंदों में बिखर गया | मोहब्बत एक सफर था माना ,पर कहां वह मोह का शिखर गया.... मैं घड़ी सी दीवार पर ठहरी रही और तू वक्त सा गुजर गया .... तू चलता रहा इस खेल में आगे -२ पर रुक कर तेरे इंतजार में मेरा जीवन यूं ही बिसर गया ... मैं घड़ी सी दीवार पर ठहरी रही और तू वक्त से गुजर गया || #हिmani❤ मैं घड़ी सी दीवार पर ठहरी रही, तू वक्त सा गुजर गया.... #nojotohindi #love #feel #time #grace #separation #poetry #kalakaksh #TST #kavishala Satyaprem Swetapadma Mishra Akshita Jangid Faiz Iqbal Says Rameswari Mishra