बुरे वक्त में जो मेरे साथ नहीं, मेरे अच्छे वक्त में उसके नाम का मेरे आस पास भटकना भी मुझे मंजूर रास नहीं, जो कहे ये तो दुनिया का दस्तूर उसे उसकी औकात दिखाना बहुत अच्छी तरह आता मेरे हुज़ूर। ©Akhil Kael #cycle of payback