मैंने कब कहा मौहब्बत नहीं तुमसे बस अब तुमको जताना मैंने छोड़ दिया है मैंने कब कहा याद आती नहीं तुम्हारी बस अब तुमको बताना मैंने छोड़ दिया है मैंने कब कहा खुश हूँ तुम्हारे बिना बस अब तुमको अपने ग़म का एहसास दिलाना मैंने छोड़ दिया है मैंने कब कहा इंतेज़ार नहीं तुम्हारा बस अब आँखों को तुम्हारा रास्ता दिखाना मैंने छोड़ दिया है इस एक्सप्रेशन में कितनी संभावित बातें हो सकती हैं। बात छुपाने से लेकर बात बताने तक। कुछ पॉज़िटिव तो कुछ नेगेटिव। आप इसे किस तरह से प्रयोग करेंगे? लिखें। Collab करें YQ Didi के साथ। #मैंनेकबकहा #yqdidi