जीवन के सफर में चलते-चलते जिंम्मेदारी काे वहन करते-करते। धूप-छांव से बचते-बचाते, आँसू काे अपने सबसे छुपाते-छुपाते। मैं बहुत थक गयी हूं। बस एक बार ख्वाबाें से निकलकर, रूबरू आआे। चूम लाे माथा मेरा और बाहाें में भर लाे। कभी-कभी इस दुनिया से दिल इतना उचट जाता है कि फिर माँ की गोद ही नज़र आती है। #माँमुझे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi#yqbaba#yqdidi#yqdada#ywmaa