"शेर ए मैसूर जैसी शहीदी, हर किसी का नसीबा नहीं हैl हुए लाखों बहादुर जमीं पे, कोई टीपू के जैसा नहीं हैl" 4 मई, टीपू सुल्तान शहीदी दिवस नौशाद खान, खिराज ए अकीदत, टीपू सुल्तान 4 मई