जिस हार से अच्छा सिख मिले वैसा हार ही मैं हारता हूँ.. चार कदम पिछे हट अगली बार चौगुनी ताकत से दहाड़ता हूँ.. ©Laddu ki lekhani Er.S.P Yadav दबंग शायरी दहाड़ता हूँ