कर्म से मुंह हम क्यों मोड़े अंधेर से भागे खुद जब हम कदम उधर फिर क्यों मोड़े क्यों न अब दीप-दीप कर सूरज से उजियारे फिर जोड़े भाग्य भरोसे क्यों छोड़ें... #भाग्यभरोसे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #mait