शब्दों से खींचा-तानी भी ज़रूरी है साहेब, दिल अकेला बैठे-बैठे ख़ुद से ही ऊब जाता है। शब्दों से खींचा-तानी भी ज़रूरी है साहेब, दिल अकेला बैठे-बैठे ख़ुद से ही ऊब जाता है। #alexcollection #alex #alexcollections #jnvian #asetheticthoughts