कृष्ण की दिवानी हूँ, राधा जैसा प्रेम पाना चाहती हूँ... मीरा के जैसे, बनके जोगन, श्याम के ही भजन गाना चाहती हूँ... प्रेम में पागल हुई गोपी बनकर, कान्हा संग रास रचाना चाहती हूँ... सुदामा-सा भाग्य लेकर, गोपाल-सा मित्र पाना चाहती हूँ... रुक्मनी जैसी खुशनसीब बनकर, तुझको ही पति रूप में पाना चाहती हूँ... #137thquote