नाराज़ हो ये बताने की जरूरत नहीं है। तुम जब जोर से किवाड़ा बन्द करती हो। और चाय में शक्कर थोड़ी धीमी रखती हो। मै समझ जाता हूं, तुम नाराज़ हो। किवाड़ा: दरवाज़ा