ज़िंदगी की शाम हश्र मेरी शायरी का यूं ना कर....... जो कैद है सीने मे वो दर्द बयां करता हूँ , तुझे याद कर लिखा करता हूं, मेरे लिखे हुए को बर्बाद ना कर, हश्र मेरी शायरी का यूं ना कर.... मेरी "जिंदगी की शाम" का हिसाब है तू, मेरे टूटे हुए ख़्वाब, मेरी पहचान है तू, बीच मझधार मे तू छोड़ ना सफ़र, हश्र मेरी शायरी का यूं ना कर...... #meradard #jindgikishaam #merishayri #Nojoto #followmeplease #2lines #sadshayri #video #tiktokindia #sirftum