एक चक्रव्यूह में हूँ जहाँ अघाति भी अपने , चिंतक भी अपने वादा करने वाले भी अपने , तोड़ने वाले भी अपने झूठे भी अपने , सच्चे भी अपने हँसने वाले भी अपने , रोने वाले भी अपने हे माधव ............... दया कर अभिमन्यु कर या पार्थ कर।। #mahabharat #loverelation #betrayal #backstabbers #tears #painoflove #feelings #words